कोरियाई में 낭독 का क्या मतलब है?

कोरियाई में 낭독 शब्द का क्या अर्थ है? लेख में कोरियाई में 낭독 का उपयोग करने के तरीके के बारे में द्विभाषी उदाहरणों और निर्देशों के साथ-साथ पूर्ण अर्थ, उच्चारण की व्याख्या की गई है।

कोरियाई में 낭독 शब्द का अर्थ अनुवाचन, बयान, कविता-पाठ, प्रपठन, पाठ है। अधिक जानने के लिए, कृपया नीचे विवरण देखें।

उच्चारण सुनें

낭독 शब्द का अर्थ

अनुवाचन

(recitation)

बयान

(recitation)

कविता-पाठ

(recitation)

प्रपठन

(recitation)

पाठ

(recitation)

और उदाहरण देखें

낭독한 성구를 명백하게 적용하기 위해 어떤 방법들을 사용할 수 있습니까?
हम किन तरीकों से यह साफ-साफ समझा सकते हैं कि हम जो आयत पढ़ते हैं, वह कैसे लागू होती है?
6 사교 모임에 참석하는 그리스도인들은 다양한 주제로 대화하거나 글을 낭독하거나 흥미로운 경험을 이야기할 수 있습니다.
6 पार्टियों में मसीही कई तरह के विषयों पर चर्चा कर सकते हैं, कुछ जानकारी पढ़कर सुना सकते हैं, या फिर कुछ दिलचस्प अनुभव बता सकते हैं।
그런 다음 제자 야고보는 참석한 사람들 모두가 그 문제에 관한 여호와의 뜻을 분별하는 데 도움이 된 성경 구절을 낭독하였습니다.—사도 15:4-17.
इसके बाद शिष्य याकूब ने शास्त्र का एक भाग पढ़ा जिससे वहाँ मौजूद सब लोगों को समझ आया कि इस मामले पर यहोवा की मरज़ी क्या है।—प्रेरितों 15:4-17.
모든 사람이 이러한 초대에 응할 수 있으며, 그 결과로 어떤 물질적 보물보다도 훨씬 더 값진 보물을 얻게 됩니다.—잠언 2:1-6 낭독.
इस खज़ाने को ढूँढ़ने पर हमें जो इनाम मिलता है, वह दुनिया की किसी भी दौलत से बढ़कर है।—नीतिवचन 2:1-6 पढ़िए।
그리고 많은 기도를 하고 노력을 기울인 끝에 마침내 그리스도인으로 침례를 받는 축복된 날을 맞이할 수 있었습니다.—골로새 1:9, 10 낭독.
बहुत प्रार्थना और मेहनत के बाद आखिरकार वह खूबसूरत दिन आया जब हमने अपने आपको मसीही बपतिस्मे के लिए पेश किया।—कुलुस्सियों 1:9, 10 पढ़िए।
아무런 사유도 적혀 있지 않았습니다. 그런데 우리가 그리스에 도착하자, 통치체로부터 온 또 한 통의 편지가 그곳의 지부 위원회에 낭독되었는데, 그것은 나를 그리스 지부 위원회 조정 위원으로 임명한다는 내용이었습니다.
कोई वजह नहीं बतायी गयी थी लेकिन जब हम यूनान पहुँचे तो शासी निकाय का एक और खत ब्राँच कमिटी को पढ़कर सुनाया गया जिसमें लिखा था कि मुझे उस देश का ब्राँच कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है।
(다니엘 2:34, 35 낭독) 그때 우리는 이사야가 다음과 같이 기록한 또 다른 예언의 최종 성취를 보게 될 것입니다.
(दानिय्येल 2:34, 35 पढ़िए।)
(빌립보서 2:20-22 낭독) 바울은 고린도 사람들에게 이렇게 편지했습니다.
(फिलिप्पियों 2:20-22 पढ़िए।)
(요한 3서 2-4 낭독) 진리 안에서 걷는다는 것은 진리에 따라 생활하는 것을 의미합니다.
(3 यूहन्ना 2-4 पढ़िए।)
그 자리에 있던 사람들은 각자 나름대로 분명한 의견을 가지고 있었지만, 모두가 하느님의 말씀을 존중했으며, 바로 그 거룩한 기록이 문제를 해결하는 열쇠가 되었던 것입니다.—시 119:97-101 낭독.
हालाँकि सबकी अपनी-अपनी राय थी लेकिन वहाँ मौजूद सभी परमेश्वर के वचन का आदर करते थे और उसकी मदद से ही वे उस मसले को सुलझा पाए।—भजन 119:97-101 पढ़िए।
[계시 21:4을 낭독한다.]
[प्रकाशितवाक्य २१:४ पढ़िए।]
학생들은 연단에서 성서의 특정 부분을 낭독하거나 다른 사람에게 성경적인 주제를 가르치는 방법을 실연하는 과제를 받습니다.
इसमें किसी एक विद्यार्थी को स्टेज से बाइबल का कोई भाग पढ़ने, तो दूसरे को प्रदर्शन के ज़रिए यह दिखाने के लिए कहा जाता है कि वह एक व्यक्ति को बाइबल के किसी विषय के बारे में कैसे समझा सकता है।
(빌립보 4:6, 7) 이러한 점들을 염두에 두면서 진실한 관심을 나타내고, 어떻게 해서든 영적 형제 자매가 양 떼로 돌아오도록 사랑으로 격려하십시오.—빌립보 2:4 낭독.
4:6, 7) इन मुद्दों को मन में रखिए और सच्चाई में ठंडे पड़ चुके अपने आध्यात्मिक भाई-बहनों में सच्ची दिलचस्पी दिखाइए। प्यार से उनका हौसला बढ़ाने की हर मुमकिन कोशिश कीजिए ताकि वे झुंड में लौट आएँ।—फिलिप्पियों 2:4 पढ़िए।
(히브리서 9:24) 여호와께서는 예수의 희생의 가치를, 죄와 죽음의 종 상태에서 인류를 구원하는 데 필요한 대속물로 받아들이셨습니다.—로마서 3:23, 24 낭독.
(इब्रानियों 9:24) यहोवा ने यीशु की ज़िंदगी की कीमत को उस छुड़ौती या फिरौती के तौर पर कबूल किया जो इंसानों को पाप और मौत की गुलामी से छुटकारा दिलाने के लिए ज़रूरी थी।—रोमियों 3:23, 24.
색채 분류 표시가 알려 주듯이, 학생에게 낭독 과제를 내줄 때에는 1번부터 17번까지의 어떤 조언 사항이든 사용할 수 있습니다.
जैसा कि अलग-अलग रंगों से दिखाया गया है, जिस विद्यार्थी को पढ़ाई का भाग दिया जाता है, उसे 1 से 17 में से किसी भी सलाह-मुद्दे पर सलाह दी जा सकती है।
고통과 죽음의 종식에 관한 계시록 21:4을 낭독할 때의 목소리는 예언되어 있는 놀라운 구출에 대한 따뜻한 인식을 반영해야 합니다.
जब आप प्रकाशितवाक्य 21:4 पढ़ते हैं कि दुःख-तकलीफ और मौत का अंत हो जाएगा, तो आपकी आवाज़ में उस शानदार छुटकारे की भविष्यवाणी के लिए एहसान की भावना ज़ाहिर होनी चाहिए।
왕국은 그분의 마음속에서 중요한 자리를 차지하고 있었습니다.—마태복음 12:34 낭독.
यीशु के लिए परमेश्वर का राज बहुत अहमियत रखता था।—मत्ती 12:34 पढ़िए।
(느헤미야 13:23, 24 낭독) 사실 그 자녀들은 하느님의 숭배자라는 신분을 잃어 가고 있었습니다.
(नहेमायाह 13:23, 24 पढ़िए।)
「파수대」 1895년 11월호에서는 그런 집회의 목적이 “그리스도인 교제와 사랑과 친교”를 넓히고 참석하는 사람들에게 서로를 격려할 기회를 주기 위한 것이라고 말했습니다.—히브리 10:24, 25 낭독.
नवंबर 1895 की प्रहरीदुर्ग में बताया गया कि उन सभाओं का मकसद था, “मसीही प्रेम और भाईचारा” बढ़ाना और हाज़िर लोगों को एक-दूसरे की हिम्मत बँधाने का मौका देना। —इब्रानियों 10:24, 25 पढ़िए।
요나단은 다윗에게 숨어 있으라고 경고해 주었고 사울에게는 다윗에 대해 좋게 이야기했습니다.—사무엘상 19:1-6 낭독.
फिर उसने शाऊल को बताया कि दाविद को क्यों बख्श देना चाहिए।—1 शमूएल 19:1-6 पढ़िए।
(레위 16:7-10, 21, 22) 이사야가 올 것이라고 예언한 메시아도 그 염소처럼 “병”과 “고통”과 “많은 사람의 죄”를 지고 가서 영원히 살 길을 열어 줄 것이었습니다.—이사야 53:4-6, 12 낭독.
16:7-10, 21, 22) जिस तरह अजाजेल का बकरा इसराएलियों के पापों को उठा ले जाता था, उसी तरह यशायाह ने भविष्यवाणी की कि मसीहा भी “बहुतों के पाप का बोझ,” ‘रोग’ और ‘दुख’ उठाकर उनसे दूर ले जाएगा। इस तरह वह उनके लिए हमेशा की ज़िंदगी का रास्ता खोलेगा।—यशायाह 53:4-6, 12 पढ़िए।
우리는 그들에게 오로지 예수의 충실한 제자가 될 때에만 진정으로 새 힘을 얻을 수 있다고 확신시켜 줄 수 있습니다.—마태 11:28-30 낭독.
उन्हें यकीन दिलाइए कि अगर वे वफादारी से यीशु के पीछे चलें, तो उन्हें ज़िंदगी में सच्ची खुशी और ताज़गी मिलेगी।—मत्ती 11:28-30 पढ़िए।
21 「파수대」를 낭독할 때나 서적 연구에서 항을 낭독할 때도 마찬가지이다.
२१ प्रहरीदुर्ग या एक पुस्तक अध्ययन में अनुच्छेदों को पढ़ने के बारे में भी यही काफ़ी हद तक सच है।
강조를 사용한 성귀 낭독 (25)
शास्त्रवचनों को ज़ोर देकर पढ़ना (६)
오늘날에도 기름부음받은 그리스도인들과 그들의 헌신한 동료들은 시련을 겪을 때 그와 같은 용기를 나타내며, “기도를 들으시는 분”은 언제나 그들의 편이십니다.—시 65:2; 118:6 낭독.
आज जब अभिषिक्त मसीही और उनके साथी, परीक्षा के दौरान इसी तरह हिम्मत दिखाते हैं, तो ‘प्रार्थना का सुननेवाला’ हमेशा उनका साथ देता है।—भजन 65:2; 118:6 पढ़िए।

आइए जानें कोरियाई

तो अब जब आप कोरियाई में 낭독 के अर्थ के बारे में अधिक जानते हैं, तो आप सीख सकते हैं कि चयनित उदाहरणों के माध्यम से उनका उपयोग कैसे करें और कैसे करें उन्हें पढ़ें। और हमारे द्वारा सुझाए गए संबंधित शब्दों को सीखना याद रखें। हमारी वेबसाइट लगातार नए शब्दों और नए उदाहरणों के साथ अपडेट हो रही है ताकि आप उन अन्य शब्दों के अर्थ देख सकें जिन्हें आप कोरियाई में नहीं जानते हैं।

कोरियाई के अपडेटेड शब्द

क्या आप कोरियाई के बारे में जानते हैं

कोरिया गणराज्य और डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया में कोरियाई सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा है, और कोरियाई प्रायद्वीप पर उत्तर और दक्षिण दोनों की आधिकारिक भाषा है। इस भाषा को बोलने वाले अधिकांश निवासी उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया में रहते हैं। आज, हालांकि, कोरियाई लोगों का एक वर्ग है जो चीन, ऑस्ट्रेलिया, रूस, जापान, ब्राजील, कनाडा, यूरोप और अमेरिका में काम कर रहे हैं और रह रहे हैं।